शुक्रिया राजस्थान, शुक्रिया दैनिक भास्कर

तीन साल पहले १९ मार्च के दिन ही पहुंचा था श्री गंगानगर..पंजाब की मस्ती और राजस्थान के आतिथ्य भाव से सराबोर ये शहर मेरी जिन्दगी का माइल स्टोन साबित हुआ ..बतौर सम्पादक दैनिक भास्कर के साथ यहीं से मेरी तीन साल की यात्रा शुरू हुई ..एक खूबसूरत और जबरदस्त ट्रेनिंग वाली यात्रा ..घर, परिवार और दोस्तों से दूर ..इतने प्यारे लोग की कभी अकेलापन महसूस ही नहीं हुआ ..बात चाहे श्री गंगानगर की हो या बाड़मेर ..जैसलमेर ..जयपुर.. और उदयपुर की , हर जगह अपनी टीम के साथियों और वरिष्टों से काफी सीखा ..लखनऊ से एक रिपोर्टर राजस्थान आया था ...इसके आगे जो बना यहीं बना..अब जाने की तैयारी है ..वापस लखनऊ . ..शुक्रिया राजस्थान ..शुक्रिया दैनिक भास्कर ..

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